Makarasana योग का संस्कृत भाषा के मकर नाम से पड़ा है क्यो की मकर का मतलब मगरमछ होता है और इस आसन में सरीर मगरमच्छ की तरह दीखता है मकरासन एक आराम देने वाला योगासन है जिसको योग समापन के दौरान किया जता है ,मकरासन (Makarasana) भी हठ योग का एक आसन है,
Makarasana All Steps,
- पहले सीने के बगल सीधा लेट जाये उसके बाद अपने दोनों पैरो के बिच में थोड़ी दुरी बनाये,
- अब अपने दोनों पैरो के पंजो को बाहर की तरफ कर ले जिससे एड़िया अंदर की तरफ हो जाये ,
- अब अपने दोनों हाथो के कोहनियो से मोढ़े और बाये हाथ के पंजे दाये हाथ के कंधे के पास हो दाये हाथ के पंजे बाये कंधे पर हो इस तरह से दोनों हाथो के बिच में जो जगह बनेगा वह पे अपने सर को आराम से रखना है और आराम से सास लेते रहना है ,
- और इस स्थिति में १५ सेकंड से १ मिनट तक रह सकते है,
- पहले की स्थिति में आने के लिए दोनों हाथो को आराम से खोले और अपने कंधो के बगल में आराम देह मुद्रा में रखे अब अपने दोनों पैरो को आपस में मिला ले और पहले की स्थिति में आ जाये,
Benefits of Makarasana
- Makarasana योग एक आराम की स्थिति का योगासन है इसलिए इसको योगासन करने के अंतिम अंतिम चरण में करते है, इसको करने से सरीर और मन दोनों का आराम मिलता है.
- सरीर के रक्त चाप को संतुलित करता है और चिंता तनाव में फायदेमंद साबित होता है ,
- ये आसन पेट के बगल सो कर किया जाता है इसलिए पाचन तंत्र के लिए भी लाभ करि होता है,
मकरासन (makarasana) करते समय ध्यान देने योग्य बाते,
- अगर किसी को मोटापा ह्रदय का रोग है तो इस आसन को एक्सपर्ट की देख रेख में करे ,
- और सीने को पूरी तरह जमीन पर न चिपकाये क्यो की इससे सीने और हाथ के बिच जो जगह है वह पे सास लेने में परेशानी हो सकती है ,
- और दोनों हाथो को एक दूसरे पे रखना कठिन हो रहा हो तो थोड़ी दूर भी रख सकते है ,