What Is Bhagvat Gita?
bhagvat gita, भगवद्गीता का मतलब होता है भगवान द्वारा दिया गया दिव्य उपदेश, भागवत गीता उपदेश के रूप में आज से लगभग ५००० साल...
Bhagavad Gita Adhyay 18 Hindi English
भगवद गीता अथाष्टादशोऽध्यायः
अर्जुन उवाचसन्न्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम् ।त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन ৷৷18.1৷৷भावार्थ : अर्जुन बोले- हे महाबाहो! हे अन्तर्यामिन्! हे वासुदेव! मैं संन्यास और...
Bhagavad Gita Adhyay 17 Hindi English
भगवद गीता अध्यायः 17
अर्जुन उवाचये शास्त्रविधिमुत्सृज्य यजन्ते श्रद्धयान्विताः।तेषां निष्ठा तु का कृष्ण सत्त्वमाहो रजस्तमः৷৷17.1৷৷भावार्थ :अर्जुन बोले- हे कृष्ण! जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्यागकर...
Bhagavad Gita Adhyay 16 Hindi English
भगवद गीता 16 अथ षोडशोऽध्यायः
श्रीभगवानुवाचअभयं सत्त्वसंशुद्धिर्ज्ञानयोगव्यवस्थितिः।दानं दमश्च यज्ञश्च स्वाध्यायस्तप आर्जवम्॥16.1॥भावार्थ : श्री भगवान बोले- भय का सर्वथा अभाव, अन्तःकरण की पूर्ण निर्मलता, तत्त्वज्ञान के...
Bhagavad Gita Adhyay 15 English hindi
भगवद गीता अथ पञ्चदशोऽध्यायः
श्रीभगवानुवाचऊर्ध्वमूलमधः शाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम् ।छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदवित् ৷৷15.1৷৷भावार्थ : श्री भगवान ने कहा - हे अर्जुन! इस संसार...
Bhagavad Gita Adhyay 14 Hindi English
भगवद गीता अथ चतुर्दशोऽध्यायः
श्रीभगवानुवाचपरं भूयः प्रवक्ष्यामि ज्ञानानं मानमुत्तमम् ।यज्ज्ञात्वा मुनयः सर्वे परां सिद्धिमितो गताः ॥ (१)भावार्थ : : श्री भगवान ने कहा - हे...
Bhagavad Gita Adhyay 13 Hindi English
भगवद गीता ज्ञानसहित क्षेत्र अध्यायः 13
अर्जुन उवाचप्रकृतिं पुरुषं चैव क्षेत्रं क्षेत्रज्ञमेव च ।एतद्वेदितुमिच्छामि ज्ञानं ज्ञेयं च केशव ৷৷13.1৷৷भावार्थ :अर्जुन ने पूछा - हे केशव!...
Bhagavad Gita Adhyay 12 Hindi English
भगवद गीता अध्यायः 12
अर्जुन उवाच एवं सततयुक्ता ये भक्तास्त्वां पर्युपासते ।ये चाप्यक्षरमव्यक्तं तेषां के योगवित्तमाः ॥भावार्थ : अर्जुन बोले ——-जो अनन्य प्रेमी भक्त्त जन...
Bhagavad Gita Adhyay 11 Hindi English
भगवद गीता अध्याय 11 : विराट रूप
मदनुग्रहाय परमं गुह्यमध्यात्मसंज्ञितम् |यत्त्वयोक्तं वचस्तेन मोहोSयं विगतो मम || १ ||भावार्थ : अर्जुन ने कहा – आपने जिन...
Bhagavad Gita Adhyay 10 Hindi English
भगवद गीता अध्याय 10 : श्रीभगवान् का ऐश्वर्य
श्रीभगवानुवाचभूय एव महाबाहो शृणु मे परमं वचः |यत्तेSहं प्रीयमाणाय वक्ष्यामि हितकाम्यया || १ ||भावार्थ : श्रीभगवान् ने...