What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 12 Hindi English

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भगवद गीता अध्यायः 12 अर्जुन उवाच एवं सततयुक्ता ये भक्तास्त्वां पर्युपासते ।ये चाप्यक्षरमव्यक्तं तेषां के योगवित्तमाः ॥भावार्थ : अर्जुन बोले ——-जो अनन्य प्रेमी भक्त्त जन...
What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 5 Hindi English

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In Bhagavad Gita Adhyay 5, Lord Krishna, in harmony with Divya Yoga and Karma Yoga, how one does not get bound by Karma while...
What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 13 Hindi English

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भगवद गीता ज्ञानसहित क्षेत्र अध्यायः 13 अर्जुन उवाचप्रकृतिं पुरुषं चैव क्षेत्रं क्षेत्रज्ञमेव च ।एतद्वेदितुमिच्छामि ज्ञानं ज्ञेयं च केशव ৷৷13.1৷৷भावार्थ :अर्जुन ने पूछा - हे केशव!...
Niralamba Bhujangasana

Benefits of Niralamba Bhujangasana and its Steps

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Niralamba Bhujangasana , में सरीर कोबरा सर्प की तरह दिखाई देता है आगे से सर्प के फन की तरह उठा हुआ और पीछे पूरा...
yog-kya-hai

What is yoga? | योग क्या है ?

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योग yoga एक पूरा योग विज्ञानं और विधि  है ,जिसपर नियमित रूप से नियमो पर चल कर कोई भी मनुस्य अपने सरीर...

mahamrityunjay mantra-महामृत्युञ्जय मन्त्र

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महामृत्युंजय मंत्र ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं...
What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 15 English hindi

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भगवद गीता अथ पञ्चदशोऽध्यायः श्रीभगवानुवाचऊर्ध्वमूलमधः शाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम्‌ ।छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदवित्‌ ৷৷15.1৷৷भावार्थ : श्री भगवान ने कहा - हे अर्जुन! इस संसार...
What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 11 Hindi English

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भगवद गीता अध्याय 11 : विराट रूप मदनुग्रहाय परमं गुह्यमध्यात्मसंज्ञितम् |यत्त्वयोक्तं वचस्तेन मोहोSयं विगतो मम || १ ||भावार्थ : अर्जुन ने कहा – आपने जिन...

Lakshmi Chalisa | लक्ष्‍मी चालीसा

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lakshmi chalisa : दोहा , मातु लक्ष्मी करि कृपा करो हृदय में वास मनोकामना सिद्ध कर पुरवहु मेरी आस । सिंधु सुता विष्णुप्रिये नत शिर...
What Is Bhagvat Gita?

Bhagavad Gita Adhyay 18 Hindi English

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भगवद गीता अथाष्टादशोऽध्यायः अर्जुन उवाचसन्न्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम्‌ ।त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन ৷৷18.1৷৷भावार्थ : अर्जुन बोले- हे महाबाहो! हे अन्तर्यामिन्‌! हे वासुदेव! मैं संन्यास और...